Friday, 24 November 2017
काकादेव के एवन मार्केट में मोबाइल शॉप में लाखों की चोरी।
03:29
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शातिर चोरों ने पुलिस को चुनौती देते हुए काकादेव के पॉस इलाके एवन मार्केट में मोबाइल शॉप का शटर उठाकर 15 लाख रुपये कीमत के मोबाइल पार कर दिये। सुबह आसपास के लोगों ने दुकानदार को सूचना दी। दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों में चोरी की पूरी घटना कैद हो गई। पुलिस ने जांच पड़ताल कर चोरी की रिपोर्ट दर्ज की है।
काकादेव एन ब्लॉक निवासी हरजीत सिंह की एवन मार्केट के पास मोबाइल शॉप है। बुधवार देर रात दुकान बंद कराकर वह घर चले गये। गुरुवार तड़के नीरक्षीर चौराहा स्थित पुलिस पिकेट प्वाइंट से चंद कदम की दूर 4.30 बजे चोरों ने जैक से दुकान का शटर उठाकर 80 महंगे एंड्रायड फोन पार कर दिये, जिनकी कीमत करीब 15 लाख रुपये बताई जा रही है। चोरों ने कैश बाक्स में रखे करीब 4 हजार रुपये भी पार कर दिये। दुकान और मार्केट में लगे सीसीटीवी कैमरों चोरी की पूरी घटना कैद हो गई। फुटेज में दुकान के अंदर दो चोर मोबाइल फोन उठाते नजर आ रहे हैं। सुबह जब आसपास के लोगों ने शटर उठा देखा तो दुकानदार हरजीत को सूचना दी तो वह मौके पर पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी। काकादेव पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। दुकानदार हरजीत का कहना है कि उनकी मार्केट में मोबाइल की दो अन्य दुकानें भी है, लेकिन चोरों ने पूरी तरह घटना की रेकी करने के बाद ही वारदात को अंजाम दिया है। काकादेव एसओ अजय प्रताप सिंह ने बताया कि दुकानदार की तहरीर पर रिपोर्ट दर्जकर कार्रवाई की जा रही है।
चार्जर डिब्बा फेका मोबाइल ले गये
चोर काफी शातिर थे इसीलिये वह सिर्फ महंगे एंड्रायड फोन ही ले गये जबकि उसका चार्जर और डिब्बा दुकान में फेंक गये। उन्होंने सस्ते की पैड मोबाइल फोन को हाथ भी नहीं लगाया।
उल्टी साइड से चले आते है और हो जाती है दुर्घटना।
सोमवार को जल्दबाजी के चलते रेलवे क्रासिंग बंद होने पर गलत साइड में स्कूटी से जा रहे गुजैनी निवासी छात्र शुभम (25) की दादानगर पुल के पास लोडर की टक्कर से दर्दनाक मौत हो गई। उसके सिर को हेलमेट भी नहीं बचा सका। इसी तरह दीपावली के ठीक एक दिन पहले ओवरस्पीड के चलते चार युवक गंगा बैराज पर कार समेत गंगा में समा गए, जिनमें एक का शव आज तक नहीं मिला। जबकि न तो उस वक्त सन्नाटा था और न ही ऐसा था कि पुलिस कर्मी आसपास मौजूद नहीं थे लेकिन किसी ने दोनों घटनाओं में नहीं टोका। यह सिर्फ दो मामले नहीं, शहर में रोज पूरे शहर में लोग जल्दबाजी और टशन के चलते यातायात नियम तोड़ते हैं। प्रमुख मार्गो पर धड़ल्ले से नियमों को तोड़कर वाहन दौड़ रहे हैं। दैनिक जागरण की टीम ने गुरुवार को कुछ ऐसे ही शहर के प्रमुख चौराहों व पुल पर पड़ताल की। वहां पर पुलिस कर्मी तो तैनात मिले लेकिन सबकुछ देखते हुए नियम तोड़ने वालों को नजर अंदाज करते दिखे। मेडिकल कालेज पुल, घंटाघर, नवीन मार्केट, रावतपुर, कोकाकोला क्रासिंग के पास लोग मनमाने तरीके गाडि़यां निकालते रहे।
यू-टर्न के बाद भी पुल पर ही मुड़जाती गाड़ियां
मेडिकल कालेज पुल पर सुबह हो या शाम जाम लगना तय है। अपराह्न दो बजे जाम के हालात न होने के बाद भी लोग यू-टर्न का प्रयोग करने की जगह उल्टी दिशा में जा रहे थे। इसी बीच एक गलत दिशा से आई स्कूटी की टक्कर से सही दिशा में चल रहा बाइक सवार गिर गया। यह नजारा इस पुल पर रोज कई बार देखने को मिलता है। यदि मोतीझील से आने वाले वाहन पुल के नीचे से और रावतपुर की तरफ से आने वाले वाहन पोस्टमार्टम हाउस के पास के यू-टर्न का प्रयोग करें तो ऐसा न हो।
परेड चौराहे पर बेतरतीब पार्किग और बिना सिग्नल निकलने की होड़
परेड चौराहे पर तीन बजे बेतरतीब पार्किग, सिग्नल न होने के बाद भी निकलने का प्रयास हो रहा था। आटो, रिक्शा व बस वाले चौराहे पर सवारी भर रहे थे तो लोग सड़क पार करने के लिए सिग्नल का भी इंतजार नहीं कर रहे थे।
रेलवे क्रासिंग पर नियम तोड़ने वालों में होड़
शहर में यातायात नियम तोड़ने वालों को देखना हो तो शहर की किसी भी रेलवे क्रासिंग पर चले जाएं। कोकाकोला, जरीब चौकी और गुटैया क्रासिंग पर लोग क्रासिंग बंद होने के बाद भी निकलने का प्रयास कर रहे थे। नतीजा कोकाकोला क्रासिंग बंद होने पर नजीराबाद थाने तक जाम तो जरीब चौकी पर फजलगंज की तरफ आधा किमी तक जाम लगा था।
Saturday, 18 November 2017
कृत्रिम बारिश के लिए कानपुर आईआईटी को पर्यावरण मंत्रालय की तरफ से हरी झंडी।
आइआइटी कानपुर (I.I.T. Kanpur) की मदद से लखनऊ में कृत्रिम बारिश कराने की राह में सरकार ने एक कदम और बढ़ाया है। सरकार को पर्यावरण मंत्रालय की मंजूरी मिल गई है। उड्डयन मंत्रालय की मंजूरी मिलना बाकी है। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद आइआइटी के वैज्ञानिक कृत्रिम बारिश करा देंगे।
कार्यवाहक निदेशक प्रो. मणींद्र अग्रवाल की इस संबंध में शासन के अधिकारियों के साथ चर्चा चल रही है। साल भर पहले आइआइटी कानपुर को प्रदेश सरकार से क्लाउड-सीडिंग का प्रोजेक्ट मिला था। उस प्रोजेक्ट पर आइआइटी लगातार काम कर रहा है पर अब सरकार चाहती है कि इसे अमली जामा पहनाया जाए। प्रो. अग्रवाल ने बताया कि बारिश कब करवाई जाएगी यह दोनों मंत्रालय की स्वीकृति व वातावरण की अनुकूलता पर निर्भर करेगा। आइआइटी इस क्षेत्र में लंबे समय से शोध कर रहा है और वह इसके लिए तैयार है।
20 लाख रुपये होंगे खर्च.
आइआइटी में सिविल विभाग के प्रोफेसर व वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. सच्चिदानंद त्रिपाठी बताते हैं कि कृत्रिम बारिश के लिए दो तरह से एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल किया जा सकता है। पहला ऐसा एयरक्राफ्ट जो उपकरण से लैस हो और दूसरा एयरक्राफ्ट जिसमें अंदर व बाहर अलग से उपकरण लगाए जाते हैं। उपकरण से लैस एयरक्राफ्ट का खर्च करोड़ों में आता है। जबकि अगर उपकरण उपलब्ध हैं तो उन्हें एयरक्राफ्ट में लगाने में मामूली सा खर्च आता है लेकिन एयरक्राफ्ट का प्रतिघंटे खर्च करीब दो लाख रुपये होता है।
यह दस घंटे तक हवा में रहकर एयरोसोल, पर्यावरण व बादलों की अनुकूलता का अध्ययन करता है। उसके बाद बारिश कराने की तैयारी होती है। आइआइटी के पास एयरक्राफ्ट में फिट होने वाले करीब सभी उपकरण मौजूद हैं। देश में अभी तक कर्नाटक, आंध्रप्रदेश व महाराष्ट्र में कृत्रिम बारिश कराई जा चुकी है। जबकि विदेशों में अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका व इजरायल में भी कृत्रिम बारिश हो चुकी है।
Friday, 17 November 2017
कानपुर में रोटरी क्लब के पदाधिकारी एकजुट होकर यातायात नियमों का पाठ पढ़ाएंगे।
कानपुर: शहर में बेतरतीब ढंग से चलने वाले वाहन सवारों को रोटरी क्लब के पदाधिकारी एकजुट होकर यातायात नियमों का पाठ पढ़ाएंगे। 28 नवंबर को होने वाले इस जागरूकता कार्यक्रम के लिए हर क्लब के पदाधिकारियों ने मंथन कर तैयारियां पूरी कर ली हैं। पहले सभी फूलबाग चौराहे पर एकत्रित होंगे, इसके बाद नरोना चौराहा, बड़ा चौराहा, परेड समेत आठ चौराहों पर तीन-तीन क्लबों के पदाधिकारी शहरवासियों को यातायात के प्रति जागरूक करेंगे। दो घंटे तक चौराहों पर जागरूक करने के बाद रोटेरियन चुन्नीगंज चौराहे पर पहुंचेंगे और इस चौराहे को आदर्श चौराहा बनाने के लिए भी चर्चा करेंगे। यह जानकारी देते हुए रोटरी के मंडलाध्यक्ष विनय अस्थाना ने बताया जब भी कानपुर से कहीं बाहर जाओ तो लोग शहर में लगने वाले जाम की चर्चा करते हैं। इसे देखते हुए रोटरी के सभी पदाधिकारियों ने यह फैसला लिया कि शहरवासियों को जागरूक किया जाएगा। रोटरी के चीफ डिस्ट्रिक्ट सेक्रेटरी सुशील श्रीवास्तव ने कहा कि 28 नवंबर को होने वाले कार्यक्रम में प्रशासनिक अफसर भी भाग लेंगे।
Sunday, 5 November 2017
महिला को मृत घोषित करने पर, जूनियर डॉक्टर को पीटा।
कानपुर में महिला को मृत घोषित करने पर गुस्साए परिजनों ने जूनियर डॉक्टर को पीटा। इसके बाद मारपीट की घटना से गुस्साए इमरजेंसी के सारे जूनियर डॉक्टरों ने मरीज के तीमारदार व उसके दोस्त को पीटा।
चकेरी के श्याम नगर में रहने वाली 65 वर्षीय सरला गुप्ता को ब्रेन ट्यूमर था। आज सुबह करीब 10:30 बजे अचानक उनकी हालत बिगड़ गई इस पर बेटा विकास पड़ोस में रहने वाले दोस्त नीरू को साथ लेकर उनको हैलेट पहुंचा। जिस समय विकास हैलेट पहुंचा वहां मेडिसिन विभाग में डॉक्टर एमपी सिंह की यूनिट चल रही थी। जूनियर रेजिडेंट द्वितीय डॉ अशफाक ने परीक्षण के बाद सरला गुप्ता को मृत घोषित कर दिया।
इस पर गुस्साए बेटे विकास नहीं डॉक्टर अशफाक को थप्पड़ जड़ दिया। घटना के बाद लामबंद हुए सभी जूनियर डॉक्टरों ने मिलकर विकास और उसके दोस्त नीरू को इमरजेंसी में दौड़ा कर पीटा। जान बचाने के लिए दोनों हैलट चौकी में घुस गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उनसे पूछताछ की। परिजन बिना किसी तहरीर के शव लेकर घर चले गए। जूनियर डॉक्टरों की तरफ से पुलिस को कोई तहरीर नहीं मिली है।
इस पर गुस्साए बेटे विकास नहीं डॉक्टर अशफाक को थप्पड़ जड़ दिया। घटना के बाद लामबंद हुए सभी जूनियर डॉक्टरों ने मिलकर विकास और उसके दोस्त नीरू को इमरजेंसी में दौड़ा कर पीटा। जान बचाने के लिए दोनों हैलट चौकी में घुस गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उनसे पूछताछ की। परिजन बिना किसी तहरीर के शव लेकर घर चले गए। जूनियर डॉक्टरों की तरफ से पुलिस को कोई तहरीर नहीं मिली है।
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