सोमवार को जल्दबाजी के चलते रेलवे क्रासिंग बंद होने पर गलत साइड में स्कूटी से जा रहे गुजैनी निवासी छात्र शुभम (25) की दादानगर पुल के पास लोडर की टक्कर से दर्दनाक मौत हो गई। उसके सिर को हेलमेट भी नहीं बचा सका। इसी तरह दीपावली के ठीक एक दिन पहले ओवरस्पीड के चलते चार युवक गंगा बैराज पर कार समेत गंगा में समा गए, जिनमें एक का शव आज तक नहीं मिला। जबकि न तो उस वक्त सन्नाटा था और न ही ऐसा था कि पुलिस कर्मी आसपास मौजूद नहीं थे लेकिन किसी ने दोनों घटनाओं में नहीं टोका। यह सिर्फ दो मामले नहीं, शहर में रोज पूरे शहर में लोग जल्दबाजी और टशन के चलते यातायात नियम तोड़ते हैं। प्रमुख मार्गो पर धड़ल्ले से नियमों को तोड़कर वाहन दौड़ रहे हैं। दैनिक जागरण की टीम ने गुरुवार को कुछ ऐसे ही शहर के प्रमुख चौराहों व पुल पर पड़ताल की। वहां पर पुलिस कर्मी तो तैनात मिले लेकिन सबकुछ देखते हुए नियम तोड़ने वालों को नजर अंदाज करते दिखे। मेडिकल कालेज पुल, घंटाघर, नवीन मार्केट, रावतपुर, कोकाकोला क्रासिंग के पास लोग मनमाने तरीके गाडि़यां निकालते रहे।
यू-टर्न के बाद भी पुल पर ही मुड़जाती गाड़ियां
मेडिकल कालेज पुल पर सुबह हो या शाम जाम लगना तय है। अपराह्न दो बजे जाम के हालात न होने के बाद भी लोग यू-टर्न का प्रयोग करने की जगह उल्टी दिशा में जा रहे थे। इसी बीच एक गलत दिशा से आई स्कूटी की टक्कर से सही दिशा में चल रहा बाइक सवार गिर गया। यह नजारा इस पुल पर रोज कई बार देखने को मिलता है। यदि मोतीझील से आने वाले वाहन पुल के नीचे से और रावतपुर की तरफ से आने वाले वाहन पोस्टमार्टम हाउस के पास के यू-टर्न का प्रयोग करें तो ऐसा न हो।
परेड चौराहे पर बेतरतीब पार्किग और बिना सिग्नल निकलने की होड़
परेड चौराहे पर तीन बजे बेतरतीब पार्किग, सिग्नल न होने के बाद भी निकलने का प्रयास हो रहा था। आटो, रिक्शा व बस वाले चौराहे पर सवारी भर रहे थे तो लोग सड़क पार करने के लिए सिग्नल का भी इंतजार नहीं कर रहे थे।
रेलवे क्रासिंग पर नियम तोड़ने वालों में होड़
शहर में यातायात नियम तोड़ने वालों को देखना हो तो शहर की किसी भी रेलवे क्रासिंग पर चले जाएं। कोकाकोला, जरीब चौकी और गुटैया क्रासिंग पर लोग क्रासिंग बंद होने के बाद भी निकलने का प्रयास कर रहे थे। नतीजा कोकाकोला क्रासिंग बंद होने पर नजीराबाद थाने तक जाम तो जरीब चौकी पर फजलगंज की तरफ आधा किमी तक जाम लगा था।
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