Friday, 16 November 2018

सियाचिन व लद्दाख में दुश्मनों से मोर्चा लेने वाले सैनिकों तक गर्म खाना पहुंचने के लिए एक ऐसा फूड कंटेनर बनाया गया है जो -40 डिग्री सेल्सियस की हाड़ कंपा देने वाली ठंड में भी खाने को गर्म रख सकता है। इस तापमान में 12 घंटे बाद भी महज 20 डिग्री सेल्सियस की हीट ही बाहर निकल पाती है।  सीएसए परिसर में लगे डिफेंस एक्सपो में सेना के लिए बनाए गए इस फूड कंटेनर का स्टॉल नेट प्लास्ट ने लगाया।इस फूड कंटेनर में खाने के टिफिन के स्टील को इस तरह से डिजाइन किया गया है जिससे हीट बाहर न निकल सके और वह गर्म बना रहता है। इसमें लगा पालीयूरीथीन खाने को एयरटाइट...

Monday, 2 July 2018

ग्रीन पार्क स्टेडियम कानपुर में लापरवाही

विश्वभर में अपनी हरियाली के लिए विख्यात ग्रीन पार्क स्टेडियम अब फ्लड लाइट में कम रोशनी के कारण बड़े क्रिकेट मैच की मेजबानी गंवा सकता है। यहां पर निर्माण का काम करने वाली संस्था आवास-विकास परिषद प्रदेश में घर बनाने का काम करती है, इसी कारण वह स्टेडियम के निर्माण में भी कुछ वैसा ही काम कर रही है। विश्व क्रिकेट में कई रिकार्ड का गवाह रहा ग्रीन पार्क स्टेडियम आवास विकास की लापरवाह कार्यशैली के चलते डे नाइट मैचों से हाथ धो सकता है। यहां पर 33.57 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले प्लेयर पवेलियन के निर्माण में आवास विकास परिषद की लापरवाही...

Tuesday, 30 January 2018

कचहरी पहुंचे मेक जोक ऑफ - देखें वीडियो

बीते दिनों इंटरनेट पर सबसे ज्यादा जिस यूट्यूब चैनल के वीडियोज की चर्चा हुई है वो ‘मेक जोक ऑफ’ की ही हुई है। ठेठ यूपी और खासकर कानपुर की बोलचाल वाले ये वीडियोज लोगों को खूब पसंद आ रहे हैं। इस यू-ट्यूब चैनल ने सिर्फ 13 वीडियो ही डाले हैं लेकिन इनके सब्सक्राइबर की संख्या 18 लाख के करीब है। अब मेक जोक ऑफ ने एक नया वीडियो शेयर किया है, यह वीडियो- द कोर्टरूम नाम से है। महज आधे घंटे के अंदर इस वीडियो को डेढ़ लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। इस बार...

Sunday, 14 January 2018

अतिक्रमण से गायब हुए फुटपाथ।

Image source. शहर की जिस सड़क को साफ-सुथरा व चौड़ा होना चाहिए उसे अतिक्रमण व कब्जों ने संकरा कर दिया है। माल रोड से बर्रा बाईपास तक जाने वाली सड़क की तकलीफ सिर्फ इतनी ही नहीं बल्कि पूरे दिन लगने वाले जाम में हजारों लोग कराह उठते हैं। 'दैनिक जागरण' ने इस 14.6 किमी. लंबे मार्ग की परेशानियों को प्रमुखता से उठाया, जिसमें शहर के जिम्मेदारों ने इस रोड की समस्या को दूर करने के लिए मॉडल रोड बनाने का उपाय भी सुझाया है। मालरोड से फूलबाग,नानाराव पार्क,...

Friday, 29 December 2017

चावल कम देने पर राशन कोटेदार का लाइसेंस रद्द।

जिला आपूर्ति अधिकारी (डीएसओ) ने 12 राशन दुकानदारों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इन दुकानों का बुधवार को डीएम, एडीएम आदि अफसरों ने निरीक्षण किया था। एक का लाइसेंस निलंबित किया गया है। वहां पर एडीएम सिटी सतीश पाल को 19.82 क्विंटल चावल कम मिला था। एडीएम सिटी सतीश पाल ने कृष्णा नगर के रितेश सिंह की दुकान की जांच की थी तो वहां रेट बोर्ड, स्टाक बोर्ड नियम के अनुसार प्रदर्शित नहीं था। कल्पना शुक्ला की दुकान पर उन्हें 1.50 क्विंटल चावल कम मिला था जबकि विमला देवी की दुकान पर एक क्विंटल गेहूं और 19.82 क्विंटल चावल कम मिला था। मामले में अब डीएसओ विजय...

Monday, 18 December 2017

सिक्कों की वजह से बढ़ रही महंगाई।

Source. बैंकों की मनमानी और भारतीय रिजर्व बैंक की चुप्पी जनता पर महंगाई का बोझ डाल रही है। करोड़ों रुपये के सिक्कों तले दबे कारोबारी अब सिक्के कमीशन पर बदलने को मजबूर हैं और इसे अपने सामान की लागत में जोड़ रहे हैं। इससे जीएसटी लागू कर महंगाई पर अंकुश लगाने के केंद्र सरकार का सपने बिखर रहा है। वहीं आम आदमी की जेब पर अधिक बोझ पड़ रहा है। बैंक जहां सिक्के जमा करने से इन्कार कर रहे हैं और आरबीआइ इस संबंध में कोई कड़ा कदम नहीं उठा रही है। कानपुर...

Sunday, 10 December 2017

ऑयल कंपनियों ने इजीटैप कंपनी और एचडीएफसी बैंक के साथ करार कर डिजिटल डिलीवरी कंफरमेशन योजना की शुरूआत की

समय से सिलेंडर न मिलने व एक उपभोक्ता का सिलेंडर दूसरे को देने की समस्या आज भी आम है। शिकायत पर एजेंसी संचालक भी डिलीवरी मैन के उपर जिम्मेदारी डालकर पल्ला झाड़ लेते हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा। रियल टाइम डिलीवरी के लिए डिलीवरी मैन को हैंडहेल्ड डिवाइस दी जाएगी। google_ad_client = "ca-pub-2707918130526811"; google_ad_slot = "7436534954"; google_ad_width = 336; google_ad_height = 280; ऑयल कंपनियों ने इजीटैप कंपनी और एचडीएफसी बैंक के साथ करार कर डिजिटल डिलीवरी कंफरमेशन योजना की शुरूआत की है। इस योजना के तहत डिलीवरी मैन को...

Friday, 8 December 2017

लोगों की सोच बदल रही है, मगर सरकारी दफ्तर के सिस्टम नहीं बदले !

स्वच्छ भारत मिशन से जुड़े विशेषज्ञ इस बात को कई मर्तबा दोहरा चुके हैं कि शौचालय बनवाना बड़ी बात नहीं, पीढि़यों पुरानी सोच बदलना चुनौती है। मगर, यहां तो उल्टी कहानी है। ये महिलाएं खुले में शौच नहीं जाना चाहतीं। वे घर में शौचालय बनवाना चाहती हैं। उनकी सोच तो बदल गई, लेकिन सरकारी सिस्टम ऐसा है कि नगर निगम के अधिकारी गंभीरता दिखा ही नहीं रहे। कपली गांव, गंभीरपुर और गंगागंज पनकी क्षेत्र में हैं। यहां गरीब आबादी बहुतायत में है। क्षेत्र की महिलाएं शुक्रवार को उर्वशी महिला कल्याण सेवा समिति की अध्यक्ष ऊषा श्रीवास्तव की अगुआई में नगर निगम पहुंचीं। उनका...